आप कलर व्हील (Color Wheel) को विभिन्न सॉफ्टवेयर में इस्तेमाल करते हैं और अपनी तस्वीर यह वीडियो को रंगीन बनाते हैं आप कलर व्हील (Color Wheel) को फोटोशॉप अथवा DaVinci Resolve वीडियो एडिटिंग सॉफ्टवेयर में भी देख सकते हैं। आप इस कलर व्हील की समझ को अपनी ऑयल पेंटिंग अथवा वाटर पेंटिंग बनाते वक्त भी इस्तेमाल कर सकते हैं ।
कलर व्हील में सभी प्रकार के रंग मौजूद होते हैं आप इन विभिन्न प्रकार के रंगों को मिलाकर अपने पसंद के रंग बना सकते हैं। कलर व्हील आपको यह भी बताती है कि कौन सा रंग एक दूसरे के विपरीत या पूरक होती है और आप इन रंगों का चुनाव करके अपनी तस्वीरों को बेहतर बना सकते हैं।
तो चलिए अब हम यह समझ लेते हैं की प्राथमिक रंग, द्वितीयक रंग और तृतीयक रंग कौन-कौन से हैं?
जैसे कि आप ने ऊपर दी गई तस्वीर में देख सकते हैं की यह कलर व्हील के तीन अलग-अलग प्रकार के रंग हैं: प्राथमिक, द्वितीयक और तृतीयक रंग।
- तीन प्राथमिक रंग : लाल, पीला, नीला।
- तीन माध्यमिक रंग : नारंगी, हरा, बैंगनी।
- छह तृतीयक रंग : लाल-नारंगी, पीला-नारंगी, पीला-हरा, नीला-हरा, नीला-बैंगनी, लाल-बैंगनी, जो एक माध्यमिक के साथ एक प्राथमिक मिश्रण करके बनते हैं।
अब हमें यह समझ आ गई है कि रंगों की कौन से तीन वर्ग होते हैं और उन वर्गों में कौन से रंग मौजूद होते हैं।
प्राथमिक रंग का अर्थ क्या है?
प्राथमिक रंग मूल रंग हैं जिन्हें अन्य रंगों के उत्पादन के लिए एक साथ मिलाया जा सकता है। उन्हें आमतौर पर लाल, पीला और नीला माना जाता है।
माध्यमिक रंग का अर्थ क्या है?
ये दो प्राथमिक रंगों के समान मिश्रण द्वारा बनाए गए रंग संयोजन हैं। रंग पहिया पर, माध्यमिक रंग प्राथमिक रंगों के बीच स्थित होते हैं। पारंपरिक रंग के पहिये के अनुसार, लाल और पीले रंग नारंगी बनाते हैं, लाल और नीले रंग बैंगनी बनाते हैं और नीले और पीले हरे बनाते हैं।
तृतीयक क्या रंग है?
तृतीयक रंग एक प्राथमिक रंग और एक द्वितीयक रंग के बराबर भागों को मिलाकर बनाया जाता है। छह तृतीयक रंग हैं: पीला-नारंगी, लाल-नारंगी, लाल-बैंगनी, नीला-बैंगनी, नीला-हरा और पीला-हरा।